Ram Navami 2022 Date - 2022 में रामनवमी कब है?

Ram Navami 2021 Date
RAM NAVAMI 2021 DATE


Ram Navami 2022 Date - 2022 में रामनवमी कब है?

Ram Navami 2022 Start Date: हेलो दोस्तों आज हम बात करेंगे Ram Navami 2022 Date के बारे और Chaitra Ram Navami 2022 दोस्तों आपको बता दे की पंचांग के अनुसार राम नवमी  का पर्व 21 अप्रैल 2021 को मनाया जाएगा. इस दिन चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है  इस तिथि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. मान्यता है कि भगवान राम का जन्म चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था.इस दिन भक्ति भाव से राम जी का पूजन अर्चन करते हैं। Ram  Navami Ka Mahatva जानिए रामनवमी का महत्व, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।आये पूरा डिटेल्स में जानते है कि Ram Navami Kab Hai 2022.  


Chat Navami Kab Hai 2022 | Date of Ram Navami 2022 (रामनवमी कब है ?)


Chat Ram Navami 2022: राम नवमी का पर्व चैत्र मास में मनाया जाता है.राम नवमी का पर्व 21 अप्रैल 2021 को मनाया जाएगा.जैसे आप ने ऊपर पड़ा होगा .इस तिथि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. मान्यता है कि भगवान राम का जन्म चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था. इस दिन त्रेतायुग में श्रीराम अयोध्या में राजा दशरथ के घर जन्मे थे। इस वजह से इस दिन को राम नवमी कहा जाता है। राम नवमी के दिन व्रत रखते हुए श्री राम की पूजा की जाती है।इस दिन को घर घर भगवान राम का जन्मोत्सव मनाया जाता है।


आपको बता दे की राम नवमी के दिन प्रभु श्रीराम की विशेष पूजा की जाती है. भगवान राम की स्तुति की जाती है. इस दिन विधि पूर्वक भगवान राम की पूजा करने से जीवन में आनी वाली परेशानियां दूर होती हैं और भगवान राम की कृपा प्राप्त होती है. पंचांग के अनुसार नवमी की तिथि का प्रारंभ 21 अप्रैल 2021 को रात 00:43 मिनट से हो रहा है. नवमी की तिथि का समापन 22 अप्रैल को रात्रि 00:35 मिनट पर होगा.

Ram Navami Puja 2022- राम नवमी पूजा का शुभ मुहूर्त:

Ram Navami Puja 2022 :राम नवमी पर पंचांग के अनुसार पूजा का मुहूर्त 21 अप्रैल को सुबह 11 बजकर 02 मिनट से दोपहर 01 बजकर 38 मिनट तक बना हुआ है. पूजा मुहूर्त की अवधि 02 घंटे 36 मिनट की है.


Ram Navami 2022 Puja Vidhi - राम नवमी पूजा विधि :

Ram Navami Puja 2021: रामन नवमी का पर्व विशेष माना गया है. इसलिए इस दिन पूजा में नियमों का विशेष ध्यान रखें. 21 अप्रैल को प्रात: काल सूर्य निकलने से पूर्व उठना चाहिए और स्नान करने के बाद व्रत और पूजा की क्रिया आरंभ करनी चाहिए. मंदिर में भगवान की मूर्ति के सामने घी का दीपक जलाएं. सभी देवी देवताओं का स्मरण करना चाहिए और आर्शीवाद प्राप्त करना चाहिए. भगवान राम को पुष्प अर्पित कर मिष्ठान और फल का भोग लगाना चाहिए. पूजा समाप्त करने से पूर्व आरती करें.

आज पूरे देश में राम नवमी का पर्व प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। आज के दिन अयोध्या समेत पूरे देशभर में राम नवमी का उत्सव और आनंद है। भगवान श्री हरि विष्णु ने रावण के वध के लिए त्रेतायुग में अयोध्या के महाराजा दशरथ के घर राम अवतार लिया। उनकी बड़ी पत्नी कौशल्या ने राम को जन्म दिया। भगवान राम के अन्य तीन भाई भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न ने क्रमश: माता कैकेयी और माता सुमित्रा के गर्भ से जन्म लिया।Ram Navami Puja 2022.


What is Ram Navami in Hindi | रामनवमी क्या है?


Ram Navami रामनवमी क्या है?: राम नवमी का त्यौहार भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। महाकाव्य रामायण के अनुसार अयोध्या के राजा दशरथ की तीन पत्नियाँ थीं लेकिन बहुत समय तक कोई भी राजा दशरथ को संतान का सुख नहीं दे पायी थी। भगवान राम का जन्म धरती पर दुष्ट प्राणियों को खत्म करने के लिए हुआ था।

दोस्तों आप राम नवमी का त्यौहार हर साल मार्च - अप्रैल महीने में मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राम नवमी का इतिहास क्या है? राम नवमी का त्यौहार पिछले कई हजार सालों से मनाया जा रहा है। राम नवमी का त्यौहार भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। महाकाव्य रामायण के अनुसार अयोध्या के राजा दशरथ की तीन पत्नियाँ थीं लेकिन बहुत समय तक कोई भी राजा दशरथ को संतान का सुख नहीं दे पायी थी। जिससे राजा दशरथ बहुत परेशान रहते थे। पुत्र प्राप्ति के लिए राजा दशरथ को ऋषि वशिष्ठ ने कमेष्टि यज्ञ कराने को विचार दिया। इसके पश्चात् राजा दसरथ ने महर्षि रुशया शरुंगा से यज्ञ कराया। यज्ञ समाप्ति के बाद महर्षि ने दशरथ की तीनों पत्नियों को एक-एक कटोरी खीर खाने को दी। खीर खाने के कुछ महीनों बाद ही तीनों रानियाँ गर्भवती हो गयीं। ठीक 9 महीनों बाद राजा दशरथ की सबसे बड़ी रानी कौशल्या ने राम को जो भगवान विष्णु के सातवें अवतार थे, कैकयी ने भरत को और सुमित्रा ने जुड़वा बच्चों लक्ष्मण और शत्रुघ्न को जन्म दिया। भगवान राम का जन्म धरती पर दुष्ट प्राणियों को खत्म करने के लिए हुआ था।


रामनवमी क्यों मनाई जाती है – What is Ram Navami in Hindi


रामनवमी क्यों मनाई जाती है : राम नवमी का संबंध भगवान विष्णु के अवतार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम से है। भगवान विष्णु ने अधर्म का नाश कर धर्म की स्थापना करने के लिये हर युग में अवतार धारण किए। इन्हीं में एक अवतार उन्होंने भगवान श्री राम के रुप में लिया था। जिस दिन भगवान श्री हरि ने राम के रूप में राजा दशरथ के यहां माता कौशल्या की कोख से जन्म लिया वह दिन चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी का दिन था। यही कारण है कि इस तिथि को रामनवमी के रूप में मनाया जाता है। चैत्र नवरात्रि का भी यह अंतिम दिन होता है।

राम नवमी एक ऐसा हिन्दू त्यौहार है जिसमें पूरे भारतवर्ष में भगवान राम का जन्मदिन हर्शोल्लाश के साथ मनाया जाता है. इस दिन देश में हिन्दू धर्म के अनुयायियों के इस अवसर को काफी धूमधाम से मनाते हैं. कहा जाता है की राम नवमी के दिन भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था.

यही कारण है की हर वर्ष इसी दिन हिन्दू धर्म के अनुयायी भगवान राम के जन्मदिवस को राम नवमी के तौर पर धूम धाम से मनाया जाता है. इस दिन बहुत से लोग अपना आस्था प्रकट करने के लिए भगवान राम के लिये व्रत रखते हैं और साथ में भगवान राम का स्मरण भी करते हैं. चूँकि यह पर्व भगवान राम से जुड़ा हुआ हैं इसीलिए हिन्दू धर्म के लोगों के लिए यह दिन काफी शुभ होता है.
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Ram Navami Puja 2022- (रामनवमी का महत्व ):


 रामनवमी का महत्व :दोस्तों नवरात्रि के नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों का पूजन करने के बाद महानवमी के दिन नौ वर्ष से छोटी कन्याओं को घर बुलाकर उन्हें भोजन कराया जाता है। इस दिन कन्याओं को भोजन कराकर नवरात्रि व्रत की सामप्ति की जाती है। माना जाता है कि कन्याओं में माता का रूप होता है और बिना कन्या पूजन के नवरात्रि व्रत अधूरा माना जाता है। नवरात्रि नौ दिनों तक मां दुर्गा का विधिवत पूजन और कन्या पूजन के बाद माता को विदा कर दिया जाता है।


और कन्या पूजन में छोटी- छोटी कन्याओं को घर पर भोजन के लिए आमंत्रित किया जाता है और उनका विधिवत पूजन करके उन्हें प्रेम सें भोजन कराया जाता है। जिसके बाद उन्हें उपहार देकर विदा किया जाता है और उनका आर्शीवाद लिया जाता है। शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि में मां दुर्गा कन्या रूप में धरती पर भ्रमण करती हैं और भक्तों को अपना आर्शीवाद प्रदान करती हैं। इसी कारण से महानवमी को कन्या पूजन करना आवश्यक माना गया है।

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दोस्तों हम आशा करते हैं कि आप इस आर्टिकल के माध्यम से जान गए होंगे कि Ram Navami 2022 Date  कब है और Ram Navami Puja  क्या है ( रामनवमी क्यों मनाई जाती है) फिर भी आपका कोई सवाल हो तो आप हमें कमेंट में पूछ सकते हैं  मैं उम्मीद करता हूं आपके कमेंट का जवाब जल्द से जल्द दे सकूं Ok Thanks !

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